क्रेडिट कार्ड से जुड़े छिपे चार्ज: सावधानियाँ

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आजकल हर किसी के लिए फायदेमंद हो गया है। लेकिन, अगर इसके साथ जुड़े छिपे चार्ज और शर्तों पर ध्यान न दिया जाए, तो यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। यहाँ हम क्रेडिट कार्ड से जुड़े मुख्य छिपे चार्ज और उनसे बचने के तरीके को आसान भाषा में समझाएंगे।


1. वार्षिक शुल्क (Annual Fee)

  • क्या है?
    क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनियाँ हर साल एक निश्चित शुल्क लेती हैं, जिसे वार्षिक शुल्क कहा जाता है। यह शुल्क ₹500 से लेकर ₹5000 तक हो सकता है।
  • बचने का तरीका:
    • ऐसा कार्ड चुनें जिसमें नो-एनुअल फीस हो।
    • यदि आपका कार्ड वार्षिक शुल्क लेता है, तो सुनिश्चित करें कि आपको इसके बदले रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक या अन्य फायदे मिल रहे हों।

2. लेट पेमेंट फीस (Late Payment Fee)

  • क्या है?
    यदि आप क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं चुकाते, तो आपको लेट पेमेंट चार्ज देना पड़ता है। यह ₹300 से ₹1200 तक हो सकता है।
  • बचने का तरीका:
    • अपनी भुगतान तिथि (Due Date) याद रखें।
    • बैंक से ऑटो पे सुविधा चालू कराएं ताकि भुगतान समय पर हो जाए।

3. ब्याज दर (Interest Rate)

  • क्या है?
    अगर आप अपने कार्ड का पूरा बिल नहीं चुकाते हैं, तो बची हुई राशि पर ब्याज लगता है। यह ब्याज दर आमतौर पर 30% से 40% सालाना होती है।
  • बचने का तरीका:
    • हर महीने पूरा बिल चुकाएँ।
    • केवल उतना ही खर्च करें, जितना आप चुका सकते हैं।

4. कैश एडवांस फीस (Cash Advance Fee)

  • क्या है?
    क्रेडिट कार्ड से एटीएम से नकद निकालने पर 2% से 3% का शुल्क और अधिक ब्याज दर (40%-45%) लगती है।
  • बचने का तरीका:
    • नकद निकालने से बचें।
    • इमरजेंसी में ही कैश एडवांस का उपयोग करें।

5. विदेशी लेनदेन शुल्क (Foreign Transaction Fee)

  • क्या है?
    विदेश यात्रा के दौरान या विदेशी वेबसाइट से खरीदारी करने पर 2%-3.5% का अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है।
  • बचने का तरीका:
    • ऐसा क्रेडिट कार्ड चुनें जिसमें नो-फॉरेन ट्रांजैक्शन फीस हो।
    • यात्रा से पहले अपने बैंक से चार्ज की जानकारी लें।

6. प्रोसेसिंग फीस (Processing Fee)

  • क्या है?
    बड़े ट्रांजैक्शन को ईएमआई (EMI) में बदलने या किसी खास सर्विस के लिए प्रोसेसिंग फीस ली जाती है। यह फीस ट्रांजैक्शन राशि का 1%-2% हो सकती है।
  • बचने का तरीका:
    • ईएमआई ऑप्शन चुनने से पहले फीस और ब्याज की जानकारी लें।
    • ब्याज-मुक्त ईएमआई ऑफर का लाभ उठाएँ।

7. ओवरलिमिट चार्ज (Over Limit Charge)

  • क्या है?
    यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट से अधिक खर्च करते हैं, तो बैंक आपको अतिरिक्त शुल्क लगाता है।
  • बचने का तरीका:
    • अपनी क्रेडिट लिमिट के भीतर ही खर्च करें।
    • जरूरत हो तो बैंक से अपनी लिमिट बढ़वाएँ।

8. कार्ड रिप्लेसमेंट चार्ज (Card Replacement Fee)

  • क्या है?
    अगर आपका कार्ड खो जाए और आप नया कार्ड मांगें, तो इसके लिए बैंक चार्ज ले सकता है।
  • बचने का तरीका:
    • अपने कार्ड को सुरक्षित रखें।
    • ऐसे बैंक का चुनाव करें जो कार्ड रिप्लेसमेंट पर शुल्क न ले।

9. जीएसटी और अन्य टैक्स (GST and Taxes)

  • क्या है?
    क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले सभी चार्ज पर 18% GST लागू होता है।
  • बचने का तरीका:
    • अनावश्यक चार्ज से बचें ताकि GST का बोझ कम हो।

10. इनएक्टिविटी फीस (Inactivity Fee)

  • क्या है?
    यदि आप लंबे समय तक कार्ड का उपयोग नहीं करते हैं, तो बैंक इनएक्टिविटी फीस लगा सकता है।
  • बचने का तरीका:
    • कार्ड का नियमित रूप से इस्तेमाल करें।
    • ऐसे कार्ड को बंद करवा दें जिसका आप उपयोग नहीं कर रहे।

सावधानियों से कैसे बचें?

  1. टर्म्स और कंडीशन्स को पढ़ें:
    कार्ड जारी करने से पहले उसकी सभी शर्तों को ध्यान से समझें।
  2. समय पर भुगतान करें:
    समय पर बिल चुकाने की आदत डालें।
  3. स्मार्ट खर्च करें:
    जरूरत से ज्यादा खर्च करने से बचें।
  4. ग्राहक सेवा से जानकारी लें:
    यदि किसी चार्ज को लेकर संदेह हो, तो बैंक से तुरंत पूछें।

निष्कर्ष

क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल आपकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकता है। लेकिन, छिपे चार्ज और शर्तों पर ध्यान न देने से यह फायदे की जगह नुकसान कर सकता है। इसलिए, जागरूक रहें, समझदारी से खर्च करें, और अपने फाइनेंस को सही तरीके से प्रबंधित करें।

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